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मशरूम उत्पादन पर जागरूकता एवं प्रशिक्षण अभियान |
बाँदा कृषि एवं प्रौद्योगिक विश्वविद्यालय बाँदा के अन्तर्गत कृषि विज्ञान केन्द्र, बाँदा द्वारा दो दिवसीय मशरूम उत्पादन पर जागरूकता एवं प्रशिक्षण अभियान के अर्न्तगत ग्राम खप्टिहाकला वि0ख0 तिंदवारी में आयोजित किया गया। जिसमें केन्द्र के फसल सुरक्षा वैज्ञानिक डा0 मंजुल पाण्डेय द्वारा ग्रामीण महिलाओं को मशरूम सम्बन्धी नवीनतम जानकारियाँ दी गयीं। उन्होने बताया कि मशरूम एक मांसल एवं बीजाणुयुक्त फलकाय होता है, जो फफूंदी वर्ग से सम्बन्धित है। वर्तमान समय में सम्पूर्ण विश्व में लगभग 2000 खाये जाने वाली मशरूम की प्रजातियाँ पायी जाती हैं। इनमें से लगभग 180 प्रजातियाँ भारतवर्ष में पायी जाती हैं। इसमें पौष्टिक तत्व र्प्याप्त मात्रा में पाये जाते हैं। मशरूम में उत्तम स्वास्थ्य के लिए आवश्यक सभी प्रमुख तत्व कैल्सियम, फास्फोरस, पोटेशियम, सल्फर, क्लोरीन, आयरन, कापर, आयोडीन और जिंक आदि प्रचुर मात्रा में पाये जाते हैं। इस कार्यक्रम में ग्राम प्रधान श्रीमती मैना देवी सहित 30 कृषकों एवं महिलाओं ने भाग लिया तथा कार्यक्रम के समापन पर ग्रामीण कृषकों द्वारा बनायी गयी मशरूम किट प्रदान की गयी । |
2022-11-30 |
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