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अरहर की वैज्ञानिक खेती विषय पर प्रशिक्षण ऑन-कैम्पस कार्यक्रम |
दिनांक 07-07-22 को केवीके बांदा द्वारा अरहर की वैज्ञानिक खेती विषय पर प्रशिक्षण ऑन-कैम्पस कार्यक्रम का आयोजन किया गया। प्रशिक्षण के दौरान केंद्र के अध्यक्ष एवं वरिष्ठ वैज्ञानिक डॉ. श्याम सिंह ने किसानों से कहा की अरहर खरीफ की मुख्य फसल है। इसकी सफलता इस बात पर निर्भर करती हैं कि वर्षा में यह सडने से बचे और पर्याप्त वानस्पतिक वृद्धि प्राप्त करे लें ज्याद वृद्धि होने पर फूल कम आयेंगें, इसके लिये संतुलित मात्रा में ही नत्रजन का प्रयोग करें (सामान्यतः 100 कि0ग्रा0 डी0ए0पी0/हे0) ऊंचे स्थानों पर 45 सेमी0 भी दूरी पर मेडों पर बुआई करें और दिसम्बर माह में फूल आते समय शायं के समय सुरक्षात्मक कीटनाशी का प्रयोग करेने से फली बेधक नहीं लगता। नीम के तेल का प्रयोग भी इसके लिये कर सकते हैं। |
2022-07-07 |
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