| 1 |
स्वच्छता ही सेवा कार्यक्रम के अन्तर्गत अन्तर्राष्ट्रीय अहिंसा दिवस का आयोजन |
बाँदा कृषि एवं प्रौद्योगिक विश्वविद्यालय, बाँदा के अन्तर्गत संचालित कृषि विज्ञान केन्द्र, बाँदा में “स्वच्छता ही सेवा” कार्यक्रम के अन्तर्गत “अन्तर्राष्ट्रीय अहिंसा दिवस” आज दिनांक 02 अक्टूबर, 2023 को मनाया गया। संयुक्त राष्ट्र द्वारा वर्ष 2007 से प्रत्येक वर्ष 02 अक्टूबर को मनाया जाने वाला “अन्तर्राष्ट्रीय अहिंसा दिवस” वैश्विक कैलेण्डर में एक विशेष स्थान रखता है। यह दिन भारत के राष्ट्रपिता महात्मा गाँधी के जन्मदिन का प्रतीक है जिन्होंने भारतीय स्वतन्त्रता आन्दोलन में सत्य एवं अहिंसा के दम पर आजादी दिलाई थी। इस दिन के प्राथमिक उद्देश्यों में से एक दुनिया भर में अहिंसा के संदेश का प्रसार करना है। यह शांतिपूर्ण समाधान के महत्व को रेखांकित करता है।
कार्यक्रम का शुभारम्भ केन्द्र के अध्यक्ष डा0 श्याम सिंह द्वारा राष्ट्रपिता श्री महात्मा गाँधी एवं भारत के द्वितीय प्रधानमंत्री श्री लालबहादुर शास्त्री जी की फोटो पर माल्यार्पण कर किया। उन्होंने महात्मा गाँधी एवं लालबहादुर शास्त्री जी की जीवनी पर प्रकाश डाला व सभी कर्मचारियों एवं छात्रों से उनके जीवन से प्रेरणा लेने हेतु प्रेरित किया। उन्होंने मानव जीवन में स्वच्छता के महत्व पर भी प्रकाश डाला। उन्होंने कहा कि स्वच्छ वातावरण में स्वस्थ्य शरीर एवं मस्तिष्क वास करता है इसलिए हम सभी को अपने वातावरण को स्वच्छ रखना चाहिए। तदोपरान्त केन्द्र के विषय वस्तु विशेषज्ञ, पौध सुरक्षा डा0 चंचल सिंह ने राष्ट्रपिता श्री महात्मा गाँधी के व्यक्तित्व से सत्य एवं अहिंसा तथा श्री लाल बहादुर शास्त्री के व्यक्तित्व से धैर्य व त्याग जैसे मूल्यों को आत्मसार करने हेतु सभी को प्रेरित किया। कृषि संकाय के छात्र श्री आलोक कुमार ने गाँधी जी व शास्त्री जी के जीवन मूल्यों एवं राष्ट्रविकास में उनके अहम योगदान को याद किया। कार्यक्रम में रावे के 20 छात्र/छात्राओं सहित केन्द्र के विषय वस्तु विशेषज्ञ एवं कर्मचारियों ने के0वी0के0 प्रांगण की साफ-सफाई कर श्रमदान किया। अन्त में केन्द्र की विषय वस्तु विशेषज्ञ कृषि प्रसार, डा0 दीक्षा पटेल ने सभी का धन्यवाद ज्ञापन किया। इस कार्यक्रम में कृषि एवं उद्यान संकाय के 20 छात्र/छात्राओं समेत 08 कर्मचारियों ने प्रतिभाग किया। कार्यक्रम को सफल बनाने में केन्द्र के डा0 प्रज्ञा ओझा, इं0 अजीत कुमार निगम, श्रीमती अंकिता निगम, श्री चन्द्रशेषर, का विशेष योगदान रहा। |
2023-10-02 |
 Click image to View
|