1 |
अखिल भारतीय समन्वित परियोजना अलसी के अन्तर्गत प्रक्षेत्र भ्रमण व निरीक्षण |
बाँदा कृषि एवं प्रौद्योगिक विश्वविद्यालय, बाँदा के अन्तर्गत संचालित कृषि विज्ञान केन्द्र, बाँदा द्वारा अखिल भारतीय समन्वित परियोजना अलसी अन्तर्गत जनपद के 12 ग्रामों 35 प्रथम पंक्ति प्रर्दषनों का आयोजन रबी 2022-23 में किया गया है। जिसकी मानीटरिंग हेतु इंद्रा गाँधी कृषि विश्वविद्यालय रायपुर के प्राध्यापक सस्य विज्ञान एवं परियोजना समन्यवक, एक्रिप अलसी डा0 संजय द्विवेदी को भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद नई दिल्ली द्वारा अनुश्रवण अधिकारी के रूप में नियुक्त किया गया है। आज दिनांक 06.02.2023 को डा0 संजय द्विवेदी एवं केन्द्र के अध्यक्ष डा0 श्याम सिंह व वि0व0वि0 डा0 दीक्षा पटेल द्वारा ग्राम मंटौध में प्रक्षेत्र भ्रमण कर अलसी प्रजाति उमा का निरीक्षण किया गया। निरीक्षण दौरान यह पाया गया कि अलसी की प्रजाति उमा बुन्देलखण्ड क्षेत्र हेतु उपयुक्त है, जो कि कम पानी एवं कम खाद में अच्छा उत्पादन दे सकती है। डा0 द्विवेदी ने कहा कि अलसी बुन्देलखण्ड की मुख्य फसल हुआ करती थी। आज से करीब 15-20 वर्ष पूर्व अलसी की खेती व्यापक स्तर पर होती थी लेकिन दुर्भाग्यवष वर्तमान में अलसी का क्षेत्रफल मटर, मसूर एवं सरसों द्वारा ले लिया गया है। अलसी में ओमेगा-3 नामक फैटी ऐसिड पाया जाता है। जोकि यह हड्डियों सम्बन्धित बीमारियों की रोकथाम हेतु आवष्यक है। उन्होनें ग्राम के लाभान्वित कृषकों से अलसी का क्षेत्रफल बढाने एवं स्वयं सहायता समूह बनाकर अलसी के विभिन्न उत्पाद बनाने हेतु प्रेरित किया गया। इस भ्रमण में ग्राम के 10 कृषकों ने प्रतिभाग किया। कृषक प्रक्षेत्र भ्रमण के उपरान्त डा0 द्विवेदी द्वारा बाँदा कृषि एवं प्रौद्योगिक विश्वविद्यालय, बाँदा के सस्य विज्ञान एवं मृदा विज्ञान विषय के छात्र एवं छात्रायें से अनुसंधान सम्बन्धी चर्चा की साथ ही वि0वि0 में चल रहे अलसी के अनुसंधान ट्रायल एवं प्रयोगशालाओं का भ्रमण किया गया साथ ही अपने सुझाव से सभी अवगत कराया उनके इस भ्रमण के दौरान उनके साथ डा0 जी0 एस0 पंवार अधिष्ठाता कृषि महाविद्यालय, डा0 एस0के0 सिंह प्राध्यापक, डा0 ए0के0 चैबे, प्राध्यापक, डा0 जगन्नाथ पाठक, प्राध्यापक एवं डा0 सी0एम0 सिंह सहायक प्राध्यापक उपस्थित रहें। |
2023-02-06 |
Click image to View
|