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‘‘वैज्ञानिक सलाहकार समिति की अष्टम बैठक’’ का आयोजन |
कृषि विज्ञान केन्द्र, बाँदा द्वारा दिनांक 04.02.2025 को केन्द्र के प्रशिक्षण कक्ष में प्रातः 11ः00 बजे से ‘‘वैज्ञानिक सलाहकार समिति की अष्टम बैठक’’ का आयोजन किया गया। बैठक में विगत वर्ष (जनवरी, 2024 से दिसम्बर 2024) की प्रगति आख्या पर विभिन्न वैज्ञानिक सलाहकार समिति के सदस्यों द्वारा समीक्षा तथा आगामी सत्र जनवरी, 2025 से दिसम्बर 2025 तक की वार्षिक कार्ययोजना पर विस्तृत चर्चा की गयी। इस कार्यक्रम की अध्यक्षता प्रो0 (डा0) एन0के0 बाजपेयी, निदेशक प्रसार, बाँदा कृषि एवं प्रौद्योगिक विश्वविद्यालय, बाँदा द्वारा की गयी। सर्वप्रथम कार्यक्रम का शुभारम्भ दीप प्रज्जवलन कर किया गया। कार्यक्रम के अध्यक्ष प्रो0 (डा0) एन0के0 बाजपेयी जी ने कहा कि कृषि विज्ञान केन्द्र किसी भी जनपद का दर्पण होता है। के0वी0के0 को क्षेत्र विशेष की समस्या के आधार पर समाधान के प्रयास करने चाहिये। जनपद बांदा में धान की फसल उपरान्त उचित फसल अवशेष प्रबन्धन हेतु जीरो टिलेज मशीन व हैप्पीसीडर एवं पूसा डीकम्पोजर के प्रयोग हेतु कार्य करना चाहिये। बुन्देलखण्ड क्षेत्र में अलसी, मसूर एवं श्रीअन्न् फसलों के क्षेत्रफल को बढाने के लिये प्रयास किया जाना चाहिये साथ ही केन्द्र से जुडे प्रगतिशील कृषकों को चिन्हित कर उनकी सफलता की कहानियां संकलित की जायें। जनपद में खरीफ अच्छादन को बढाने के लिये कार्य किये जायें। केन्द्र के अध्यक्ष डा0 श्याम सिंह ने केन्द्र की विगत वर्ष की प्रगति आख्या एवं आगामी वर्ष की कार्ययोजना व केन्द्र द्वारा चलाये जा रहे विभिन्न कार्यक्रमों की प्रगति आख्या प्रस्तुत की। तदोपरान्त डा0 चंचल सिंह, विषय वस्तु विशेषज्ञ (पौध सुरक्षा), डा0 प्रज्ञा ओझा, विषय वस्तु विशेषज्ञ (गृहविज्ञान) एवं डा0 दीक्षा पटेल विषय वस्तु विशेषज्ञ (कृषि प्रसार) ने अपने-अपने विषयों की प्रगति आख्या एवं कार्य योजना का प्रस्तुतीकरण किया।
इस कार्यक्रम में डा0 नरेन्द्र सिंह सह निदेशक प्रसार ने अपने सुझावों में कहा कि किसी भी केन्द्र के लिये क्राप कैफेटेरिया उसका दर्पण होता है, अतः क्राप कैफेटेरिया में फसलों की विभिन्न प्रजातियों के साथ-साथ विभिन्न तकनीकियों का भी प्रदर्शन करना चाहिये। कृषकों के मध्य के0वी0के0 की गतिविधियों को पंहुचाने के लिये सूचना संचार तकनीकी का अधिक से अधिक इस्तेमाल करें। डा0 आनन्द कुमार सिंह, सह निदेशक प्रसार ने बुन्देलखण्ड क्षेत्र में नीबू वर्गीय फल वृक्षों के प्रचार प्रसार पर जोर दिया। बैठक में डा0 मयंक दुबे सहायक प्राध्यापक पशुपालन, डा0 पंकज ओझा, सहायक निदेशक प्रसार, श्री अब्दुल हसीब खान, भूमि संरक्षण अधिकारी, श्री संदीप कुमार गौतम, डी0डी0 एम नाबार्ड, श्री नवनीत कुमार त्रिपाठी, उद्यान निरीक्षक, श्री कुशल कुमार, मत्स्य विकास अधिकारी, डा0 रमेश कुमार यादव, उप मुख्य पशुचिकित्सा अधिकारी, डा0 एस0आर0 कुशवाहा, पशु चिकित्सा अधिकारी, श्री अशोक सिंह प्रगतिशील कृषक ग्राम गुरेह, श्रीमती मालती दीक्षित प्रगतिशील महिला कृषक समेत 22 सदस्य उपस्थित रहें। कार्यक्रम के अन्त में केन्द्र के वैज्ञानिक डा0 चचंल सिंह ने सभी का धन्यवाद ज्ञापन किया तथा यह भी आवश्वासन दिया कि सदस्यों द्वारा दिये गये सुझावों पर केन्द्र जरूर काम करेगा। |
2025-02-04 |
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