1 |
काकोरी ट्रेन एक्शन शताब्दी महोत्सव एवं हर घर तिरंगा अभियान’ |
बाँदा कृषि एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय, बाँदा के अन्तर्गत संचालित के0वी0के0, बांदा द्वारा ‘‘काकोरी ट्रेन एक्शन शताब्दी महोत्सव एवं हर घर तिरंगा अभियान’’ विषय पर आज दिनांक 14.08.2024 को कृषक गोष्ठी का आयोजन किया गया। जिसमें 30 ग्रामीण महिलाये/रावे छात्र-छात्राओं ने प्रतिभाग किया। केन्द्र की प्रभारी डा0 प्रज्ञा ओझा, विषय वस्तु विशेषज्ञ (गृहविज्ञान) ने सभी प्रतिभागियों का स्वागत किया तथा उन्हें हर घर तिरंगा के महत्व के बारे में अवगत कराया, और उन्होनें कहा कि ‘‘हर घर तिरंगा’’ आजादी का अमृत महोत्सव के तहत शुरू की गयी एक पहल है। इसे 2021 में भारत स्वतंत्रता की 75 वीं वर्षगांठ मनाने और लोगों को तिरंगा घर लाने के लिये प्रोत्साहित करने के लिये शुरू किया गया था। इस पहल का लक्ष्य लोगों में भारतीय राष्ट्रीय ध्वज के प्रति जागरूकता बढाना और उनमें देशभक्ति की भावना जगाना है। आजादी का अमृत महोत्सव स्वतंत्रता के 75 वर्ष पूरे होने के उपलक्ष्य में तथा अपने लोगों के गौरवशाली इतिहास, संस्कृति और उपलब्धियों का जश्न मनाने के लिये भारत सरकार की एक पहल है। डा0 ओझा ने बताया कि यह महोत्सव भारतीय लोगों के सम्मान में है, जिन्हें न केवल भारत को उसके विकासवादी पथ पर आगे बढने में मदद की है, बल्कि माननीय यशस्वी प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी को आत्मनिर्भर भारत की भावना में भारत 2 को लांच करने के उनके दृष्टिकोण को साकार करने में मदद करने की शक्ति और क्षमता भी रखते है।
केन्द्र के विषय वस्तु विशेषज्ञ (पौध सुरक्षा) डा0 चंचल सिंह ने काकोरी ट्रेन एक्शन में विषय में विस्तार पूर्वक चर्चा की। डा0 सिंह ने बताया कि काकोरी ट्रेन एक्शन 9 अगस्त, 1925 को मध्य उत्तर प्रदेश में एक ट्रेन में हुयी थी। स्वतंत्रता संग्रमा का महत्वपूर्ण हिस्सा रही यह डकैती लखनऊ से करीब 16 कि0मी0 दूर काकोरी शहर में हुयी थी। लखनऊ, सहारनपुर लखनऊ ट्रेन को पण्डित राम प्रसाद बिस्मिल, चंद्रशेखर आजाद, अशफाक उल्ला खां, राजेन्द्र लाहिड़ी और रोशन सिंह ने 09 अगस्त 1925 की रात्रि में लूटकर अंग्रेजी हुकूमत पर बडी चोट की थी। हुकुमत खजाने को लूटने की यह घटना काकोरी और आलमनगर के बीज ट्रेन में होने की वजह से इसका नाम काकोरी कांड दिय गया था। इस काण्ड का मास्टरमाइण्ड राम प्रसाद बिस्मिल को ही बताया जाता है। कार्यक्रम के अन्त में डा0 अर्जुन प्रसाद वर्मा, सहायक प्राध्यापक, कृषि प्रसार ने 15 अगस्त को महत्व के बारे में सभी प्रतिभागियों सेे विस्तारपूर्वक चर्चा की। |
2024-08-14 |
Click image to View
|