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प्राकृतिक खेती परियोजनान्तर्गत दो दिवसीय कृषक प्रशिक्षण |
बांदा कृषि एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय, बांदा के अन्तर्गत संचालित के0वी0के0, बांदा में आज दिनांक 06.02.2024 को केन्द्र पर संचालित प्राकृतिक खेती परियोजनान्तर्गत दो दिवसीय कृषक प्रशिक्षण का आयोजन किया गया। इस कार्यक्रम का शुभारम्भ कार्यक्रम के मुख्य अतिथि डा0 नरेन्द्र सिंह, सह निदेशक प्रसार, बी0यू0ए0टी0, बांदा द्वारा दीप प्रज्जवलन कर किया गया। कार्यक्रम में जनपद के प्राकृतिक खेती कर रहे या करने के इच्छुक 30 कृषकों का चयन किया गया, जिन्हें 02 दिवसों में प्राकृतिक खेती की विभिन्न विधाओं में परांगत किया जायेगा। कार्यक्रम का शुभारम्भ करते हुये केन्द्र के अध्यक्ष डा0 श्याम सिंह ने मुख्य अतिथिएवं सभी कृषकों का स्वागत किया। तदोपरान्त केन्द्र के विशेषज्ञ व प्राकृतिक खेती परियोजना के नोडल अधिकारी डा0 चंचल सिंह ने दो दिवसीय कार्यक्रम की रूपरेखा व उद्देश्य से सभी को अवगत कराया। कार्यक्रम में मुख्य अतिथि डा0 नरेन्द्र सिंह ने प्राकृतिक खेती का वर्तमान परिदृष्य में महत्व विषय पर चर्चा की। उन्होनें कहा कि प्राकृतिक खेती का मुख्य उद्देश्य मानव को संन्तुलित एवं रसायनमुक्त भोजन उपलब्ध कराना है। उन्होनें कहाकि आधुनिक रासायनिक खेती से उत्पादन तो बढा है पर इसके दुष्प्रभावों के परिणाम स्वरूप मनुष्यों में बीमारियां भी बढी हैं साथ ही मृदा के स्वास्थय पर प्रतिकूल प्रभाव पडा है। इन सभी की रोकथाम हेतु कृषकों को प्राकृतिक खेती अपनानी होगी। तदोपरान्त तकनीकी सत्र में प्राकृतिक खेती के सिद्धान्त, आचरण एवं एकीकृत दृष्टिकोण विषय पर डा0 श्याम सिंह व प्राकृतिक खेती से मृदा स्वास्थ्य विषय पर विश्वविद्यालय के सहायक प्राध्यापक डा0 अमित मिश्रा ने कृषकों को प्रशिक्षित किया। कार्यक्रम में कृषकों को केन्द्र की प्राकृतिक खेती परियोजना अन्तर्गत स्थापित प्रक्षेत्रों पर भ्रमण भी कराया गया। |
2024-01-06 |
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