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‘‘पी0एम0किसान उत्सव’’ का आयोजन |
बांदा कृषि एवं प्रौद्योगिकी विष्वविद्यालय, बांदा के अन्तर्गत संचालित के0वी0के0, बांदा एवं कृषि विभाग बांदा के समन्वय द्वारा 02.08.2025 को पी0एम0 किसान सम्मान निधि की 20वीं किष्त जारी किये जाने के उपलक्ष्य में ‘‘पी0एम0किसान उत्सव’’ का आयोजन उद्यान महाविद्यालय के सभागार में प्रातः 10ः00 बजे से आयोजित किया गया। इस कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में श्री रामकेष निषाद, माननीय मंत्री जलषक्ति विभाग उ0प्र0 सरकार, एवं विशिष्ट अतिथि के रूप में श्री आलोक कुमार सिंह, प्रतिनिधि विधान परिषद सदस्य, चित्रकूट झांसी षिक्षक क्षेत्र, मुख्य विकास अधिकारी श्री अजय कुमार पाण्डेय, माननीय कुलपति बांदा कृषि एवं प्रौद्योगिक विष्वविद्यालय, बांदा डा0 एस0वी0एस0 राजू, डा0 ए0के0 यादव उपकृषि निदेषक, बांदा, डा0 श्याम सिंह, अध्यक्ष के0वी0के0 बांदा, जिला कृषि अधिकारी, एवं श्री हसीब खान, भूमि संरक्षण अधिकारी व विभागीय कर्मचारियों सहित कुल 563 कृषकों/महिला कृषकों ने प्रतिभाग किया।
कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में माननीय श्री रामकेष निषाद, मंत्री जलषक्ति विभाग उ0प्र0 सरकार ने अपने उदबोधन में कहा कि कृषि वैज्ञानिकों द्वारा भारत के पारम्परिक घाघ व भडडरी की मौसम सम्बन्धी खेती की कहावतेा से प्रेरणा लेकर इसमें खेत की उर्वरता को बचाये रखने के लिये आवष्यक वैज्ञानिक विचारों को जोडकर किसानों को सलाह दे रहे हैं। उन्होने पुरानी कहावत ‘‘उत्तम खेती मध्यम बान, नीच चाकरी कुक्कर निदान’’ को उल्लेखित करते हुये कहा कि आज भी खेती सबसे उत्तम व्यवसाय है एवं बुन्देलखण्ड प्राकृतिक खेती एवं श्री अन्न उत्पादन के लिये जाना जाता है। भारत सरकार व उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा बुन्देलखण्ड क्षेत्र में कृषक हित में अनेकों योजनाएं चलाई जा रही हैं जिसमें मुख्य रूप से केन वेतवा लिंक परियोजना, हर घर नल एवं पुरानी नहरों का जीर्णोद्धार प्रमुख है। किसान भाई विष्वविद्यालय का लाभ ले रहे हैं एवं उन्होेनें आवाहन किया कि इसके साथ ही सरकार की योजनाओं का भी लाभ लें। कठिया गेंहू एक लाभकारी फसल है। किसान इसकी खेती के साथ-साथ अधिक आय के लिये जायद फसल की ओर ध्यान दें। इन योजनाओं से बुन्देलखण्ड के किसानों का जीवन स्तर बदला है साथ ही महिलाओं का आर्थिक व सामाजिक सषक्तिकरण हुआ है। कार्यक्रम में मुख्य विकास अधिकारी ने अपने उदबोधन में कहा कि सरकार ने किसानों के लिये पी0एम0 किसान व के0सी0सी0 योजना चलाकर आर्थिक मदद की है। इसके अलावा हर घर नल, जल संरक्षण पर जनपद मंे बडे स्तर पर कार्य हुये हैं। उन्होने आवाहन किया कि किसान दलहन व तिलहन को बढावा दें एवं अधिक पानी चाहने वाली गेंहू की धान की फसलों को सीमित क्षेत्र में सिंचाई के आधुनिक तरीकों का इस्तमाल करते हुये उगायें। कार्यक्रम में उप कृषि निदेषक, श्री ए0के0 यादव ने कृषि विभाग द्वारा कृषक हित में भारत सरकार एवं उ0प्र0 सरकार की विभिन्न योजनाओं की जानकारी कृषकों को प्रदान की। उन्होंनें बताया कि पी0एम0 किसान सम्मान निधि योजना दुनिया की सबसे बड़ी डी0बी0टी0 योजनाओं में से एक है। इस योजना ने किसानों की गरिमा को बहाल किया है और उन्हें आत्मनिर्भर एवं सषक्त बनाया है। डा0 श्याम सिंह ने खरीफ मेें अधिक वर्षा के कारण नष्ट हुयी फसलों की भरपाई के लिये उपायों पर चर्चा करते हुये किसानों को कम अवधि वाली तोरिया की फसल बोने की सलाह दी एवं सभी उपस्थित कृषकों से आह्वान किया कि वे सभी खेती में वैज्ञानिकता लायें और के0वी0के0 एवं कृषि विभाग की योजनाओं का लाभ उठायें। इस अवसर पर डा0 चंचल सिंह ने खरीफ फसलों की देखभाल एवं रोग एवं कीटों से बचाव का उपाय बताया। वाराणसी, उत्तर प्रदेष से माननीय प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी के उदबोधन का सीधा प्रसारण कृषकों को दिखाया गया। इस अवसर पर जनपद के पी0एम0 किसान योजना के 20 लाभार्थी एवं मृदा स्वास्थ्य कार्ड प्राप्त करने वाले 20 कृषकांे को माननीय मंत्री द्वारा प्रमाण पत्र प्रदान कर सम्मानित किया गया। |
2025-08-02 |
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