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विश्व मृदा स्वास्थ्य दिवस |
दिनांक 05.12.2023 को केन्द्र पर ‘‘विश्व मृदा स्वास्थ्य दिवस’’ के अवसर पर कृषक गोष्टी का आयोजन किया गया। संयुक्त राष्ट्र के खाद्य एवं कृषि संगठन द्वारा वर्ष 2014 से प्रत्येक वर्ष 05 दिसम्बर को विश्व मृदा स्वास्थ्य दिवस मनाने के लिए कहा गया। जिसका मुख्य उद्देश्य मानव जीवन में मिट्टी के महत्व को याद रखना तथा मृदा स्वास्थ्य एवं संरक्षण के प्रति लोगों को जागरूक करना है। वर्ष 2023 में ”मृदा एवं जलः जीवन के स्त्रोत“ थीम पर विश्व मृदा दिवस मनाया जा रहा है। कार्यक्रम का शुभारम्भ करते हुये केन्द्र की प्रभारी डा0 प्रज्ञा ओझा ने सभी प्रतिभागियों को विश्व मृदा स्वास्थ्य दिवस की महत्ता एवं उद्देश्य के बारे में अवगत कराया और कहा कि इस कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य मृदा स्वास्थ्य के प्रति कृषकों में जागरूकता को बढ़ाना है, साथ ही उन्होंने कृषकों का आवाहन् किया कि कृषि विज्ञान केन्द्र, बाँदा में आकर मृृदा की जाँच अवश्य कराये तथा उर्वरकों की संस्तुत मात्रा ही अपनी फसलों में प्रयोग करें। इस अवसर पर तकनीकी सत्र का भी आयोजन किया गया जिसमें केन्द्र के विषय वस्तु विशेषज्ञ डा0 चंचल सिंह ने रबी फसलों में मृदा जनित कीट एवं ब्याधियों का प्रबन्धन, डा0 प्रज्ञा ओझा ने गृहवाटिका से मृदा स्वास्थ्य प्रबन्धन, डा0 मानवेन्द्र सिंह ने मृदा स्वास्थ्य में पशु अवशेषों का यथोचित प्रबन्धन एवं डा0 दीक्षा पटेल ने मृदा स्वास्थ्य कार्डः महत्व व उपयोगिता विषय पर कृषकों को प्रशिक्षित किया।
इस उपलक्ष पर कृषकों को मृदा के नमूनों की जाँच कर 100 मृदा स्वास्थ्य कार्ड वितरित किये गये। इस कार्यक्रम में ग्राम कनवारा एवं चौधरी डेरा (खप्टिहा कलॅा) के 70 कृषकों/महिला कृषकों ने प्रतिभाग किया। कार्यक्रम के अन्त में केन्द्र के डा0 मानवेन्द्र सिंह ने सभी उपस्थित कृषकों/महिला कृषकों का कार्यक्रम को सफल बनाने के लिये धन्यवाद ज्ञापित किया। कार्यक्रम को सफल बनाने में केन्द्र के श्री कमलनारायण, श्रीमती अंकिता निगम व एस0आर0एफ श्री धर्मेन्द्र सिंह का महत्वपूर्ण योगदान रहा।
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2023-12-05 |
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